गौवंश संरक्षण संबंधी अध्यादेश
गौवंश के संरक्षण के लिए अध्यादेश-
गौवंश संरक्षण अध्यादेश को समझने से पहले यह देखें — गौ – माता को पीट – पीट कर मार डालने की क्रूरतापूर्ण, हिंसक और अमानवीय घटनाओं के घिनौनेपूर्ण व्यौहार पर लगाम लगाये जाने की आवश्यकता लम्बे समय से महसूस की जाती रही है, अब गौवध निवारण अधिनियम में सजा के प्रावधान सख्त किए जाने से उम्मीद जगी है कि लुक छिपकर गौवंश वध करने वाले वध शालाओं और तस्करों में कानून का डर पैदा होगा और गौवंश पूरी तरह सुरक्षित रहेंगे। आधुनिकीकरण और मशीनीकरण के बावजूद गौवंश कृषी प्रणाली का महत्वपूर्ण आधार है। सनातन जीवनशैली में गाय का दूध -घी अमृत सदृश माना जाता है, जबकि गोबर और मूत्र पवित्र। गाय का संरक्षण पूरी तरह मानवतावादी कृत्य है जिसे वध करना अमानवीय कार्य है। …